Bhagwati prasad vajpayee biography in hindi

बह&#;त ह&#; म&#;ठ&#; स&#;वर&#;&#; क&#; स&#;थ वह गल&#;य&#;&#; म&#;&#; घ&#;मत&#; ह&#;आ कहत&#;- "बच&#;च&#;&#; क&#; बहल&#;न&#;व&#;ल&#;, ख&#;ल&#;न&#;व&#;ल&#;&#;&#;

इस अध&#;र&#; व&#;क&#;य क&#; वह ऐस&#; व&#;च&#;त&#;र.

बच&#;च&#; ख&#;ल&#;न&#; द&#;खकर प&#;लक&#;त ह&#; उठत&#;&#; व&#; प&#;स&#; ल&#;कर ख&#;ल&#;न&#; क&#; म&#;लभ&#;व करन&#; लगत&#;&#; प&#;छत&#;-&#;इछक&#; द&#;म क&#;य&#; ह&#;? औल इछक&#;? औल इछक&#;?

र&#;य व&#;जयबह&#;द&#;र क&#; बच&#;च&#; भ&#; एक द&#;न ख&#;ल&#;न&#; ल&#;कर घर आए&#; व&#; द&#; बच&#;च&#; थ&#; च&#;न&#;न&#; और म&#;न&#;न&#;! च&#;न&#;न&#; जब ख&#;ल&#;न&#; ल&#; आय&#; त&#; ब&#;ल&#; &#;म&#;ल&#; घ&#;ल&#; क&#;छ&#; छ&#;दल ऐ!"

म&#;न&#;न&#; ब&#;ल&#; &#;औल द&#;ख&#;, म&#;ल&#; क&#;छ&#; छ&#;दल ऐ!"

द&#;न&#;&#; अपन&#; ह&#;थ&#;-घ&#;ड&#;&#; ल&#;कर घरभर म&#;&#; उछलन&#; लग&#;&#; इन बच&#;च&#;&#; क&#; म&#;&#; र&#;ह&#;ण&#; क&#;छ द&#;र तक खड&#;&#;-खड&#;&#; उनक&#; ख&#;ल न&#;रखत&#; रह&#;&#; अ&#;त म&#;&#; द&#;न&#;&#; बच&#;च&#;&#; क&#; ब&#;ल&#;कर उसन&#; प&#;छ&#;-" अर&#; ओ च&#;न&#;न&#;-म&#;न&#;न&#;, य&#; ख&#;ल&#;न&#; त&#;मन&#; क&#;तन&#; म&#;&#; ल&#;ए ह&#;&#;?"

म&#;न&#;न&#; ब&#;ल&#;- &#;द&#; प&#;छ&#; म&#;&#;&#; ख&#;ल&#;न&#;व&#;ल&#; द&#; गय&#; ऐ&#;&#;

र&#;ह&#;ण&#; स&#;चन&#; लग&#;-इतन&#; सस&#;त&#; क&#;स&#; द&#; गय&#; ह&#;? क&#;स&#; द&#; गय&#; ह&#;, यह त&#; वह&#; ज&#;न&#;&#; ल&#;क&#;न द&#; त&#; गय&#; ह&#; ह&#;, इतन&#; त&#; न&#;श&#;चय ह&#;!

एक ज़र&#; स&#; ब&#;त ठहर&#;&#; र&#;ह&#;ण&#; अपन&#; क&#;म म&#;&#; लग गई&#; फ&#;र कभ&#; उस&#; इस पर व&#;च&#;र करन&#; क&#; आवश&#;यकत&#; भ&#; भल&#; क&#;य&#;&#; पड&#;त&#;!

छ&#; मह&#;न&#; ब&#;द -

नगरभर म&#;&#; द&#;-च&#;र द&#;न&#;&#; स&#; एक म&#;रल&#;व&#;ल&#; क&#; आन&#; क&#; सम&#;च&#;र फ&#;ल गय&#;&#; ल&#;ग कहन&#; लग&#;-&#; भ&#;ई व&#;ह! म&#;रल&#; बज&#;न&#; म&#;&#; वह एक ह&#; उस&#;त&#;द ह&#;&#; म&#;रल&#; बज&#;कर, ग&#;न&#; स&#;न&#;कर वह म&#;रल&#; ब&#;चत&#; भ&#; ह&#;, स&#; भ&#; द&#;-द&#; प&#;स&#; म&#;&#;&#; भल&#;, इसम&#;&#; उस&#; क&#;य&#; म&#;लत&#; ह&#;ग&#;? म&#;हनत भ&#; त&#; न आत&#; ह&#;ग&#;!&#; be

एक व&#;यक&#;त&#; न&#; प&#;छ ल&#;य&#;-"क&#;स&#; ह&#; वह म&#;रल&#;व&#;ल&#;, म&#;&#;न&#; त&#; उस&#; नह&#;&#; द&#;ख&#; !" उत&#;तर म&#;ल&#;-"उम&#;र त&#; उसक&#; अभ&#; अध&#;क न ह&#;ग&#;, यह&#; त&#;स-बत&#;त&#;स क&#; ह&#;ग&#;&#; द&#;बल&#;-पतल&#; ग&#;र&#; य&#;वक ह&#;, ब&#;क&#;न&#;र&#; र&#;ग&#;न स&#;फ&#;&#; ब&#;&#;धत&#; ह&#;&#;" "वह&#; त&#; नह&#;&#;; ज&#; पहल&#; ख&#;ल&#;न&#; ब&#;च&#; करत&#; थ&#;?"

'क&#;य&#; वह पहल&#; ख&#;ल&#;न&#; भ&#; ब&#;च&#; करत&#; थ&#;?"

"ह&#;&#;, ज&#; आक&#;र-प&#;रक&#;र त&#;मन&#; बतल&#;य&#;, उस&#; प&#;रक&#;र क&#; वह भ&#; थ&#;&#;"

"त&#; वह&#; ह&#;ग&#;&#; पर भई, ह&#; वह एक उस&#;त&#;द&#;"

प&#;रत&#;द&#;न इस&#; प&#;रक&#;र उस म&#;रल&#;व&#;ल&#; क&#; चर&#;च&#; ह&#;त&#;&#; प&#;रत&#;द&#;न नगर क&#; प&#;रत&#;य&#;क गल&#; म&#;&#; उसक&#; म&#;दक, म&#;द&#;ल स&#;वर स&#;न&#;ई पड&#;त&#;-&#;बच&#;च&#;&#; क&#; बहल&#;न&#;व&#;ल&#;, म&#;रल&#;य&#; व&#;ल&#;&#;"

र&#;ह&#;ण&#; न&#; भ&#; म&#;रल&#;व&#;ल&#; क&#; यह स&#;वर स&#;न&#;&#; त&#;र&#;त ह&#; उस&#; ख&#;ल&#;न&#;व&#;ल&#; क&#; स&#;मरण ह&#; आय&#;&#; उसन&#; मन-ह&#;-मन कह&#;-ख&#;ल&#;न&#;व&#;ल&#; भ&#; इस&#; तरह ग&#;-ग&#;कर ख&#;ल&#;न&#; ब&#;च&#; करत&#; थ&#;&#;

र&#;ह&#;ण&#; उठकर अपन&#; पत&#; व&#;जय ब&#;ब&#; क&#; प&#;स गई- &#;ज&#;र&#; उस म&#;रल&#;व&#;ल&#; क&#; ब&#;ल&#;ओ त&#;, च&#;न&#;न&#; -म&#;न&#;न&#; क&#; ल&#;ए ल&#; ल&#;&#;&#; क&#;य&#; पत&#; यह फ&#;र इधर आए, न आए&#; व&#; भ&#;, ज&#;न पड&#;त&#; ह&#;, प&#;र&#;क म&#;&#; ख&#;लन&#; न&#;कल गए ह&#;&#;&#;'

व&#;जय ब&#;ब&#; एक सम&#;च&#;र पत&#;र पढ&#; रह&#; थ&#;&#; उस&#; तरह उस&#; ल&#;ए ह&#;ए व&#; दरव&#;ज&#;&#; पर आकर म&#;रल&#;व&#;ल&#; स&#; ब&#;ल&#;-&#;क&#;य&#;&#; भई, क&#;स तरह द&#;त&#; ह&#; म&#;रल&#;?"

क&#;स&#; क&#; ट&#;प&#; गल&#; म&#;&#; ग&#;र पड&#;&#;&#; क&#;स&#; क&#; ज&#;त&#; प&#;र&#;क म&#;&#; ह&#; छ&#;ट गय&#;, और क&#;स&#; क&#; स&#;थन&#; (प&#;ज&#;म&#;) ह&#; ढ&#;ल&#; ह&#;कर लटक आई ह&#;&#; इस तरह द&#;ड&#;त&#; ह&#;&#;फत&#; ह&#;ए बच&#;च&#;&#; क&#; झ&#;&#;ड आ पह&#;&#;च&#;&#; एक स&#;वर स&#; सब ब&#;ल उठ&#;-&#;अम ब&#; ल&#;&#;द&#; म&#;ल&#;ल&#; और अम व&#; ल&#;&#;द&#; म&#;ल&#;ल&#;&#;"

म&#;रल&#;व&#;ल&#; हर&#;ष-गद&#;गद ह&#; उठ&#;&#; ब&#;ल&#;-&#;सबक&#; द&#;&#;ग&#; भ&#;य&#;! ल&#;क&#;न ज&#;र&#; र&#;क&#;, ठहर&#;, एक-एक क&#; द&#;न&#; द&#;&#; अभ&#; इतन&#; जल&#;द&#; हम कह&#;&#; ल&#;ट थ&#;ड&#;&#; ह&#; ज&#;ए&#;ग&#;&#;

ब&#;चन&#; त&#; आए ह&#; ह&#;&#; और ह&#;&#; भ&#; इस समय म&#;र&#; प&#;स एक-द&#; नह&#;&#;, प&#;र&#; सत&#;त&#;वन&#; ह&#;&#;, ब&#;ब&#; ज&#;, क&#;य&#; प&#;छ&#; थ&#; आपन&#;, क&#;तन&#; म&#;&#; द&#;&#;!द&#;&#; त&#; व&#;स&#; त&#;न-त&#;न प&#;स&#; क&#; ह&#;स&#;ब स&#; ह&#;&#;, पर आपक&#; द&#;-द&#; प&#;स&#; म&#;&#; ह&#; द&#; द&#;&#;ग&#;&#;"

व&#;जय ब&#;ब&#; भ&#;तर-ब&#;हर द&#;न&#;&#; र&#;प&#;&#; म&#;&#; म&#;सकर&#; द&#;ए&#; मन-ह&#;-मन कहन&#; लग&#; क&#;स&#; ह&#;! द&#;त&#; त&#; सबक&#; इस&#; भ&#;व स&#; ह&#;, पर म&#;झ पर उलट&#; एहस&#;न ल&#;द रह&#; ह&#;&#; फ&#;र ब&#;ल&#;-&#;त&#;म ल&#;ग&#;&#; क&#; झ&#;ठ ब&#;लन&#; क&#; आदत ह&#;त&#; ह&#;&#; द&#;त&#; ह&#;ग&#; सभ&#; क&#; द&#;-द&#; प&#;स&#; म&#;&#;, पर एहस&#;न क&#; ब&#;झ&#; म&#;र&#; ह&#; ऊपर ल&#;द रह&#; ह&#;&#;"

म&#;रल&#;व&#;ल&#; एकदम अप&#;रत&#;भ ह&#; उठ&#;&#; ब&#;ल&#; &#;आपक&#; क&#;य&#; पत&#; ब&#;ब&#; ज&#; क&#; इनक&#; असल&#; ल&#;गत क&#;य&#; ह&#;&#; यह त&#; ग&#;र&#;हक&#;&#; क&#; दस&#;तर ह&#;त&#; ह&#; क&#; द&#;क&#;नद&#;र च&#;ह&#; ह&#;न&#; उठ&#;कर च&#;ज क&#;य&#;&#; न ब&#;च&#;, पर ग&#;र&#;हक यह&#; समझत&#; ह&#;&#;-द&#;क&#;नद&#;र म&#;झ&#; ल&#;ट रह&#; ह&#;&#; आप भल&#; क&#;ह&#; क&#; व&#;श&#;व&#;स कर&#;&#;ग&#;? ल&#;क&#;न सच प&#;छ&#;ए त&#; ब&#;ब&#; ज&#;, असल&#; द&#;म द&#; ह&#; प&#;स&#; ह&#;&#; आप कह&#;&#; स&#; द&#; प&#;स&#; म&#;&#; य&#; म&#;रल&#; नह&#;&#; प&#; सकत&#;&#; म&#;&#;न&#; त&#; प&#;र&#; एक हज़&#;र बनव&#;ई थ&#;&#;, तब म&#;झ&#; इस भ&#;व पड&#;&#; ह&#;&#;&#; "

व&#;जय ब&#;ब&#; ब&#;ल&#;-"अच&#;छ&#;. म&#;झ&#; ज&#;&#;य&#;द&#; वक&#;त नह&#;&#;, जल&#;द&#; स&#; द&#; ठ&#; न&#;क&#;ल द&#;&#;"

द&#; म&#;रल&#;य&#;&#; ल&#;कर व&#;जय ब&#;ब&#; फ&#;र मक&#;न क&#; भ&#;तर पह&#;&#;च गए&#; म&#;रल&#;व&#;ल&#; द&#;र तक उन बच&#;च&#;&#; क&#; झ&#;&#;ड म&#;&#; म&#;रल&#;य&#;&#; ब&#;चत&#; रह&#;! उसक&#; प&#;स कई र&#;ग क&#; म&#;रल&#;य&#;&#; थ&#;&#;&#; बच&#;च&#; ज&#; र&#;ग पस&#;द करत&#;. म&#;रल&#;व&#;ल&#; उस&#; र&#;ग क&#; म&#;रल&#; न&#;क&#;ल द&#;त&#;&#;

'यह बड&#;&#; अच&#;छ&#; म&#;रल&#; ह&#;&#; त&#;म यह&#; ल&#; ल&#; ब&#;ब&#;, र&#;ज&#; ब&#;ब&#; त&#;म&#;ह&#;र&#; ल&#;यक 44 त&#; बस यह ह&#;&#; ह&#;&#; भ&#;य&#;, त&#;मक&#; वह&#; द&#;&#;ग&#;&#; य&#; ल&#;&#; त&#;मक&#; व&#;स&#; न च&#;ह&#;ए, यह न&#;र&#;ग&#; र&#;ग क&#;, अच&#;छ&#;, वह&#; ल&#;&#; ल&#; आए प&#;स&#;? अच&#;छ&#;, य&#; ल&#; त&#;म&#;ह&#;र&#; ल&#;ए म&#;&#;न&#; पहल&#; ह&#; स&#; यह न&#;क&#;ल रख&#; थ&#;! त&#;मक&#; प&#;स&#; नह&#;&#; म&#;ल&#;&#; त&#;मन&#; अम&#;म&#; स&#; ठ&#;क तरह म&#;&#;ग&#; न ह&#;&#;ग&#;&#; ध&#;त&#; पकड&#;कर प&#;र&#;&#; म&#;&#; ल&#;पटकर, अम&#;म&#; स&#; प&#;स&#; म&#;&#;ग&#; ज&#;त&#; ह&#;&#;&#; ब&#;ब&#;! ह&#;&#;, फ&#;र ज&#;ओ&#; अबक&#; ब&#;र म&#;ल ज&#;ए&#;ग&#;&#; द&#;अन&#;न&#; ह&#;? त&#; क&#;य&#; ह&#;आ, य&#; ल&#; प&#;स&#; व&#;पस ल&#;&#; ठ&#;क ह&#; गय&#; न ह&#;स&#;ब? म&#;ल गए प&#;स&#;? द&#;ख&#;, म&#;&#;न&#; तरक&#;ब बत&#;ई! अच&#;छ&#; अब त&#; क&#;स&#; क&#; नह&#;&#; ल&#;न&#; ह&#;? सब ल&#; च&#;क&#;? त&#;म&#;ह&#;र&#; म&#;&#; क&#; प&#;स प&#;स&#; नह&#;&#; ह&#;&#;? अच&#;छ&#;, त&#;म भ&#; यह ल&#;&#; अच&#;छ&#;, त&#; अब म&#;&#; चलत&#; ह&#;&#;&#;&#; इस तरह म&#;रल&#;व&#;ल&#; फ&#;र आग&#; बढ&#; गय&#;&#;

आज अपन&#; मक&#;न म&#;&#; ब&#;ठ&#; ह&#;ई र&#;ह&#;ण&#; म&#;रल&#;व&#;ल&#; क&#; स&#;र&#; ब&#;त&#;&#; स&#;नत&#; रह&#;&#; आज भ&#; उसन&#; अन&#;भव क&#;य&#;, बच&#;च&#;&#; क&#; स&#;थ इतन&#; प&#;य&#;र स&#; ब&#;त&#;&#; करन&#;व&#;ल&#; फ&#;र&#;व&#;ल&#; पहल&#; कभ&#; नह&#;&#; आय&#;&#; फ&#;र वह स&#;द&#; भ&#; क&#;स&#; सस&#;त&#; ब&#;चत&#; ह&#;! भल&#; आदम&#; ज&#;न पड&#;त&#; ह&#;&#; समय क&#; ब&#;त ह&#;, ज&#; ब&#;च&#;र&#; इस तरह म&#;र&#;-म&#;र&#; फ&#;रत&#; ह&#;&#; प&#;ट ज&#; न कर&#;ए, स&#; थ&#;ड&#;&#;!

इस&#; समय म&#;रल&#;व&#;ल&#; क&#; क&#;ष&#;ण स&#;वर द&#;सर&#; न&#;कट क&#; गल&#; स&#; स&#;न&#;ई पड&#;&#;-" बच&#;च&#;&#; क&#; बहल&#;न&#;व&#;ल&#;, म&#;रल&#;य&#;व&#;ल&#;! " र&#;ह&#;ण&#; इस&#; स&#;नकर मन-ह&#;-मन कहन&#; लग&#;-और स&#;वर क&#;स&#; म&#;ठ&#; ह&#; इसक&#;! बह&#;त द&#;न&#;&#; तक र&#;ह&#;ण&#; क&#; म&#;रल&#;व&#;ल&#; क&#; वह म&#;ठ&#; स&#;वर और उसक&#; बच&#;च&#;&#; क&#; प&#;रत&#; व&#; स&#;न&#;हस&#;क&#;त ब&#;त&#;&#; य&#;द आत&#; रह&#;&#;&#; मह&#;न&#;-क&#;-मह&#;न&#; आए और चल&#; गए&#; फ&#;र म&#;रल&#;व&#;ल&#; न आय&#;&#; ध&#;र&#;-ध&#;र&#; उसक&#; स&#;म&#;त&#; भ&#; क&#;ष&#;ण ह&#; गई&#;

आठ म&#;स क&#; ब&#;द -

सरद&#; क&#; द&#;न थ&#;&#; र&#;ह&#;ण&#; स&#;न&#;न करक&#; मक&#;न क&#; छत पर चढ&#;कर आज&#;न&#;ल&#;ब&#;त क&#;श-र&#;श&#; स&#;ख&#; रह&#; थ&#;&#; इस समय न&#;च&#; क&#; गल&#; म&#;&#; स&#;न&#;ई पड&#;&#;-"बच&#;च&#;&#; क&#; बहल&#;न&#;व&#;ल&#;, म&#;ठ&#;ईव&#;ल&#;&#;"

म&#;ठ&#;ईव&#;ल&#; क&#; स&#;वर उसक&#; ल&#;ए पर&#;च&#;त थ&#;, झट स&#; र&#;ह&#;ण&#; न&#;च&#; उतर आई&#; उस समय उसक&#; पत&#; मक&#;न म&#;&#; नह&#;&#; थ&#;&#; ह&#;&#;, उनक&#; व&#;द&#;ध&#; द&#;द&#; थ&#;&#;&#; र&#;ह&#;ण&#; उनक&#; न&#;कट आकर ब&#;ल&#;-&#;द&#;द&#;, च&#;न&#;न&#;-म&#;न&#;न&#; क&#; ल&#;ए म&#;ठ&#;ई ल&#;न&#; ह&#;&#; ज&#;र&#; कमर&#; म&#;&#; चलकर ठहर&#;ओ&#; म&#;&#; उधर क&#;स&#; ज&#;ऊ&#;, क&#;ई आत&#; न ह&#;&#; ज&#;र&#; हटकर म&#;&#; भ&#; च&#;क क&#; ओट म&#;&#; ब&#;ठ&#; रह&#;&#;ग&#;&#;"

द&#;द&#; उठकर कमर&#; म&#;&#; आकर ब&#;ल&#;&#;- &#;ए म&#;ठ&#;ईव&#;ल&#;, इधर आन&#;&#;"

म&#;ठ&#;ईव&#;ल&#; न&#;कट आ गय&#;&#; ब&#;ल&#;-&#;क&#;तन&#; म&#;ठ&#;ई द&#;&#; म&#;&#;? य&#; नए तरह क&#; म&#;ठ&#;इय&#;&#; ह&#;&#;-र&#;ग-ब&#;र&#;ग&#;, क&#;छ-क&#;छ खट&#;ट&#; क&#;छ-क&#;छ म&#;ठ&#;, ज&#;यक&#;द&#;र, बड&#;&#; द&#;र तक म&#;&#;ह म&#;&#; ट&#;कत&#; ह&#;&#;&#; जल&#;द&#; नह&#;&#; घ&#;लत&#;&#;&#; बच&#;च&#; बड&#;&#; च&#;व स&#; च&#;सत&#; ह&#;&#;&#; इन ग&#;ण&#;&#; क&#; स&#;व&#; य&#; ख&#;&#;स&#; भ&#; द&#;र करत&#; ह&#;&#;! क&#;तन&#; द&#;&#;? चपट&#;, ग&#;ल. पहलद&#;र ग&#;ल&#;य&#;&#; ह&#;&#;&#; प&#;स&#; क&#; स&#;लह द&#;त&#; ह&#;&#;&#;"

द&#;द&#; ब&#;ल&#;&#;- "स&#;लह त&#; बह&#;त कम ह&#;त&#; ह&#;&#;, भल&#; पच&#;स त&#; द&#;त&#;&#;&#; म&#;ठ&#;ईव&#;ल&#;&#;&#;नह&#;&#; द&#;द&#;, अध&#;क नह&#;&#; द&#; सकत&#;&#; इतन&#; भ&#; द&#;त&#; ह&#;&#;, यह अब म&#;&#; त&#;म&#;ह&#;&#; क&#;य&#; ख&#;र, म&#;&#; अध&#;क न द&#; सक&#;&#;ग&#;&#;"

र&#;ह&#;ण&#; द&#;द&#; क&#; प&#;स ह&#; थ&#;&#; ब&#;ल&#;-"द&#;द&#;, फ&#;र भ&#; क&#;फ&#;&#; सस&#;त&#; द&#; रह&#; ह&#;&#; च&#;र प&#;स&#; क&#; ल&#; ल&#;&#; यह प&#;स&#; रह&#;&#;"

म&#;ठ&#;ईव&#;ल&#; म&#;ठ&#;इय&#;&#; ग&#;नन&#; लग&#;&#;

&#;त&#; च&#;र क&#; द&#; द&#;&#; अच&#;छ&#;, पच&#;च&#;स नह&#;&#; सह&#;, ब&#;स ह&#; द&#;&#; अर&#; ह&#;&#;, म&#;&#; ब&#;ढ&#;&#; ह&#;ई म&#;लभ&#;व अब म&#;झ&#; ज&#;&#;य&#;द&#; करन&#; आत&#; भ&#; नह&#;&#;&#;"

कहत&#; ह&#;ए द&#;द&#; क&#; प&#;पल&#; म&#;&#;ह स&#; ज&#;र&#; स&#; म&#;सकर&#;हट फ&#;ट न&#;कल&#;&#;

र&#;ह&#;ण&#; न&#; द&#;द&#; स&#; कह&#;-&#;द&#;द&#;, इसस&#; प&#;छ&#;. त&#;म इस शहर म&#;&#; और कभ&#; भ&#; आए थ&#; य&#; पहल&#; ब&#;र आए ह&#;? यह&#;&#; क&#; न&#;व&#;स&#; त&#; त&#;म ह&#; नह&#;&#;&#;"

द&#;द&#; न&#; इस कथन क&#; द&#;हर&#;न&#; क&#; च&#;ष&#;ट&#; क&#; ह&#; थ&#; क&#; म&#;ठ&#;ईव&#;ल&#; न&#; उत&#;तर द&#;य&#; &#;पहल&#; ब&#;र नह&#;&#; और भ&#; कई ब&#;र आ च&#;क&#; ह&#;&#;&#;"

र&#;ह&#;ण&#; च&#;क क&#; आड&#; ह&#; स&#; ब&#;ल&#;-"पहल&#; यह&#; म&#;ठ&#;ई ब&#;चत&#; ह&#;ए आए थ&#; य&#; और क&#;ई च&#;ज&#; ल&#;कर?"

म&#;ठ&#;ईव&#;ल&#; हर&#;ष, स&#;शय और व&#;स&#;मय&#;द&#; भ&#;व&#;&#; म&#;&#; ड&#;बकर ब&#;ल&#;-"इसस&#; पहल&#; म&#;रल&#; ल&#;कर आय&#; थ&#; और उसस&#; भ&#; पहल&#; ख&#;ल&#;न&#; ल&#;कर&#;&#;

र&#;ह&#;ण&#; क&#; अन&#;म&#;न ठ&#;क न&#;कल&#;&#; अब त&#; वह उसस&#; और भ&#; क&#;छ ब&#;त&#;&#; प&#;छन&#; क&#; ल&#;ए अस&#;थ&#;र ह&#; उठ&#;&#; वह ब&#;ल&#;-"इन व&#;यवस&#;य&#;&#; म&#;&#; भल&#; त&#;म&#;ह&#;&#; क&#;य&#; म&#;लत&#; ह&#;ग&#;?"

वह ब&#;ल&#;, &#;म&#;लत&#; भल&#; क&#;य&#; ह&#;! यह&#; ख&#;न&#;भर क&#; म&#;ल ज&#;त&#; ह&#;&#; कभ&#; नह&#;&#; भ&#; म&#;लत&#; ह&#;&#; पर ह&#;&#;; स&#;त&#;ष, ध&#;रज और कभ&#;-कभ&#; अस&#;म स&#;ख ज&#;र&#;र म&#;लत&#; ह&#; और यह&#; म&#;&#; च&#;हत&#; भ&#; ह&#;&#;&#;"

&#;स&#; क&#;स&#;? वह भ&#; बत&#;ओ&#;"

'अब व&#;यर&#;थ उन ब&#;त&#;&#; क&#; क&#;य&#;&#; चर&#;च&#; कर&#;&#;? उन&#;ह&#;&#; आप ज&#;न&#; ह&#; द&#;&#;&#; उन ब&#;त&#;&#; क&#; स&#;नकर आपक&#; द&#;ख ह&#; ह&#;ग&#;&#;"

'जब इतन&#; बत&#;य&#; ह&#;, तब और भ&#; बत&#; द&#;&#; म&#;&#; बह&#;त उत&#;स&#;क ह&#;&#;&#; त&#;म&#;ह&#;र&#; हरज&#; न ह&#;ग&#;&#; म&#;ठ&#;ई म&#;&#; और भ&#; ल&#; ल&#;&#;ग&#;&#;&#;

र&#;ह&#;ण&#; न&#; अब म&#;ठ&#;ईव&#;ल&#; क&#; ओर द&#;ख&#; उसक&#; आ&#;ख&#;&#; आ&#;स&#;ओ&#; स&#; तर ह&#;&#;&#; इस&#; समय च&#;न&#;न&#; म&#;न&#;न&#; आ गए&#; र&#;ह&#;ण&#; स&#; ल&#;पटकर, उसक&#; आ&#;चल पकड&#;कर ब&#;ल&#;-&#;अम&#;म&#;&#;, म&#;ठ&#;ई!'

"म&#;झस&#; ल&#;&#;" यह कहकर, तत&#;क&#;ल क&#;गज&#; क&#; द&#; प&#;ड&#;&#;य&#;&#;, म&#;ठ&#;इय&#;&#; स&#; भर&#;, म&#;ठ&#;ईव&#;ल&#; न&#; च&#;न&#;न&#;-म&#;न&#;न&#; क&#; द&#; द&#;&#;&#;

र&#;ह&#;ण&#; न&#; भ&#;तर स&#; प&#;स&#; फ&#;&#;क द&#;ए&#;

म&#;ठ&#;ईव&#;ल&#; न&#; प&#;ट&#; उठ&#;ई और कह&#;-&#; अब इस ब&#;र य&#; प&#;स&#; न ल&#;&#;ग&#;&#;&#;

द&#;द&#; ब&#;ल&#; - "अर&#;-अर&#;, न न अपन&#; प&#;स&#; ल&#;ए ज&#; भ&#;ई!"

तब तक आग&#; फ&#;र स&#;न&#;ई पड&#;&#; उस&#; प&#;रक&#;र म&#;दक-म&#;द&#;ल स&#;वर म&#;&#;-" बच&#;च&#;&#; क&#; बहल&#;न&#;व&#;ल&#; म&#;ठ&#;ईव&#;ल&#;&#;&#;

   - भगवत&#;प&#;रस&#;द व&#;जप&#;य&#;